नमस्कार दोस्तों,
स्वागत है आपका मेडिकल जानकारी में आज में आपको जानकारी देने वाला हूँ Ampoxin capsules के बारे में एमपोक्सिन एक एंटीबायोटिक दवाई है और बहुत फायदे मंद है तो आज इस लेख में आपको एमपोक्सिन के फायदे,नुकसान,मात्रा,सावधानियों के बारे में पूरी जानकारी दूंगा तो बने रहे हमारे लेख में अगर आप जानकारी वीडियो के जरिये जानकारी चाहते है तो आप हमारे यूट्यूब चैनल – मेडिकल जानकारी में जाकर देख सकते है !
एमपोक्सिन की जानकारी -Ampoxin Information-
एमपोक्सिन एक एंटीबायोटिक दवाई और ये एन्टीबैक्टिरल इन्फेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है ये एक एथिकल मेडिसिन है और टोरेंट फार्मा इसको निर्मति करती है और ये आपको 250 /500mg कैप्सूल्स में मिलती है और इंजेक्शन के रूप मिल मिल जाता है ये दो कॉन्टैक्स से मिलकर बनाये गए है और ये सेडुल H के अंदर आती है जिसे उपयोग करने से पहले डॉक्टर से जानकारी लेने चाइये !
एमपोक्सिन एक पेनिसिलिन-प्रकार का एंटीबायोटिक है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के जीवाणु संक्रमणों के इलाज के लिए किया जाता है। यह गले, कान, नाक साइनस, श्वसन पथ (जैसे निमोनिया), मूत्र पथ, त्वचा और नरम ऊतक और टाइफाइड बुखार के संक्रमण में प्रभावी है ये पेन्सिलेज़ उत्पन करने वाले जीवाणु को नस्ट करती है !
एम्पीसिलीन (Ampicillin) मौखिक रूप से इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन द्वारा या अंतःस्राव आसव द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
एमपोक्सिन की सामग्री की जानकारी -Ampoxin content information-
⇲ एमपोक्सिन दवाई में दो साल्ट देखने को मिलती है जो इस प्रकार है –
- Ampicillin Trihydrate -250mg- एक एंटीबायोटिक है। यह बैक्टीरिया की सेल वॉल पर हमले कर उन्हें नष्ट करता है। विशेष कर, यह सेल वॉल में Peptidoglycanपदार्थ के संश्लेषण को रोकता है, जो बैक्टीरिया को मानव शरीर में जीवित रहने के लिए उनकी सेल वॉल को आवश्यक मजबूती देता है।
- Cloxacillin Sodium -250mg- एक एंटीबायोटिक है। यह उनकी कोशिका बित्ति (सेल वॉल) पर हमला करके बैक्टीरिया को मारता है। विशेष रूप से, यह पेप्टाइडोग्लाइकन नामक कोशिका की बित्ति में एक पदार्थ के संश्लेषण को रोकता है, जो कोशिका बित्ति को शक्ति प्रदान करते हैं जिससे मानव शरीर मे बॅक्टीरिया का आस्तित्व बना रहे।
एमपोक्सिन के लाभ व् उपयोग –Benefits and Uses of Ampoxin-
एमपोक्सिन को इन बीमारी में उपयोग किया जाता है इसको कही सारे फायदे में उपयोग किया जाता है जो कुछ निम्नलिखित है –
- मूत्र संक्रमण में (जलन,दर्द,पेशाब पीला आना आदि )[urinary infection (burning,pain,urination, yellowing etc.)
- निमोनिया,स्वसन इनेक्शन में [Pneumonia,in respiratory infections]
- ब्रोंकाइटिस [Bronchitis]
- गोनोरिया [Gonorrhea]
- पेट के आंतो के इन्फेक्शन में [Intestinal infection of the stomach]
- फेफड़ो के इन्फेक्शन [Lung infection]
- स्किन इन्फेक्शन (फोड़े-फुंसी,एक्ने,रशेस आदि) में [Skin infections (boils,cooking,rushes,etc]
- घाव को सूखने में या मवाद भर जाना [Drying the wound or filling the pus]
- अस्थि सूजन में [In bone swelling]
- एंडोकार्डिटिस हृदय के वाल्वों के संक्रमण [Endocarditis infection of heart valves]
- थ्रोट इन्फेक्शन [Throat infection]
- नाक,कान आदि में इन्फेक्शन [Infections in nose,ears,etc.]
- दिमागी बुखार में [In meningitis]
- नवजात शिशुओं में इसका उपयोग स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमणों [Its use in newborns streptococcal infections]
एमपोक्सिन के नुकसान व् दुस्प्र्भाव -Ampoxin side effects-
एमपोक्सिन दवाई के आपको कुछ हलके दुस्प्र्भाव देखे जा सकते है और ये हर मरीज में अलग देखे जा सकते है जो कुछ इस प्रकार है –
- मतली [Nausea]
- उलटी [Vomiting]
- दस्त [Diarrhea]
- एलर्जी [Allergies]
- Skin rashes
- बेचनी होना ,घबराहट होना [Restlessness]
एमपोक्सिन की खुराक व् मात्रा -Ampoxin dosage-
एमपोक्सिन दवाई में सावधनिया क्या रखे -What should be kept in Ampoxin medicine-
दवाई को लेते समय या बाद में कुछ बातो का ख्याल रखने जरुरी है या कुछ बीमारी में सही से उपयोग करना तो जानते है उन बातो को –
- दवाई को लेने से पहले डॉक्टर से जानकारी ले !
- दवाई से अगर एलर्जी हो तो डॉक्टर को जानकारी दे !
- अगर आपको कोई रोग जैसे -मिर्गी,लिवर,हार्ट की दवाई ले रहे हो तो डॉक्टर से जरूर बताये !
- दवाई की मात्रा या डोस को हमेशा डॉक्टर के बताये अनुसार ले !
- दवाई की मात्रा हमेशा रोगी के रोग अनुसार ही दिया जाता है !