नमस्कार दोस्तों
स्वागत है आपका मेडिकल जानकारी में आज इस लेख में हम आपको जानकारी देने वाले है फंगल इन्फेक्शन के बारे जो इंडिया में बहुत लोग इस बीमारी से ग्रसित है ये रोग 100 % लोगो में से 60 % लोग में फैला हुआ है ये रोग होता सभी को है लेकिन कही लोग इसे छुपाते है जिसके वजह से बहुत ज्यादा फ़ैल जाता है और जीवन भर ही ये रोग उनके साथ रहता है तो आज इस लेख में आपको इसकी बारे में सरि जानकारी देने वाला हूँ की क्या वो कारन है जिसे ये रोग होता है कैसे आपक छुटकारा पा सकते है और अगर आप दवाई बीमारी की जानकारी वीडियो के जरिये देखना चाहते है तो आप अपने यूट्यूब चैनल –मेडिकल जानकारी पे जाकर देख सकते है और सब्सक्राइब जरूर करे !!
क्या है फंगल इन्फेक्शन [What is fungal infection]-
फंगल एक स्किन रोग है जो शरीर के किसी भी जगह पर हो सकता है सामान्य तोर पर ये रोग जनांग,भाग,बालो में,कूल्हों में,जंगो में,स्तन के निचले हिस्से आदि जगह पर होता है ये स्किन ड्राई या नमी की वजह से हो जाता है आपने कभी न कभी इसको देखा होगा ये लाल रंग का चकते,और गोल होते है वैसे फंगल इन्फेक्शन कही प्रकार के होते है जिसकी जानकारी आगे आपको बताएँगे और इस रोग का सामना गर्मी में लोगो को ज्यादा करना पड़ता है आज के समय में ये स्किन रोग भी बहुत खतरनाक हो गया है !फंगल त्वचा संक्रमण आम हैं। हालांकि ये संक्रमण आमतौर पर गंभीर नहीं होते हैं, फिर भी खुजली या लाल त्वचा के कारण असुविधा और जलन हो सकती है। यदि उपचार न किया जाए, तो दाने फैल सकते हैं या अधिक चिड़चिड़े हो सकते हैं।
वीडियो देखे –
सबसे ज्यादा देखे जाने वाले फंगल इन्फेक्शन [Most commonly fungal infections]-
फंगल इन्फेक्शन कही प्रकार देखा सकता है लेकिन आज हम आपको जो सबसे ज्यादा लोगो में फंगल होता है उसकी जानकारी देंगे जो इस प्रकर है –
- Ringworm of the body (tinea corporis) -इसके नाम के विपरीत, दाद एक कवक के कारण होता है न कि किसी कीड़े के कारण। यह आमतौर पर धड़ और अंगों पर होता है
- Athlete’s foot (tinea pedis) -आपके पैर की उंगलियों के बीच अक्सर आपके पैरों की त्वचा को प्रभावित करता है !
- Jock itch (tinea cruris) -आपके कमर और जांघों के क्षेत्र में होता है। यह पुरुषों और किशोर लड़कों में सबसे आम है !
- Ringworm of the scalp (tinea capitis) -यह फंगल संक्रमण खोपड़ी की त्वचा और संबंधित बाल शाफ्ट को प्रभावित करता है। यह छोटे बच्चों में सबसे आम है !
- Tinea versicolor -जिसे कभी-कभी पाइरिएटिस वर्सिकोलर भी कहा जाता है, एक कवक / खमीर त्वचा संक्रमण है जो त्वचा पर छोटे अंडाकार फीका पड़ने वाले पैच को विकसित करने का कारण बनता है। यह मालासेज़िया नामक एक विशेष प्रकार के कवक के अतिवृद्धि के कारण होता है, जो लगभग 90 प्रतिशत वयस्कों की त्वचा पर स्वाभाविक रूप से मौजूद होता है !
- Cutaneous candidiasis -कैंडिडा कवक के कारण होता है इस प्रकार की कवक स्वाभाविक रूप से हमारे शरीर के अंदर और अंदर मौजूद होती है। जब यह बढ़ जाता है, तो एक संक्रमण हो सकता है कैंडिडा त्वचा संक्रमण उन क्षेत्रों में होता है जो गर्म, नम और खराब हवादार होते हैं जैसे -स्तनों के नीचे और नितंबों की सिलवटों में शामिल हैं, जैसे कि डायपर दाने में !
- Onychomycosis (tinea unguium) -आपके नाखूनों का एक फंगल संक्रमण है। यह नाखूनों या toenails को प्रभावित कर सकता है, हालांकि toenails के संक्रमण अधिक आम हैं !
फंगल होने के कारण [Due to fungal infection]-
फंगल इन्फेक्शन के कही सरे कारन हो सकते है कुछ सामान्य कारण आपको निम्न लिखे हुए है –
- बक्ट्रियल इन्फेक्शन
- ब्लड में इंफेक्शन
- वर्म इन्फेक्शन
- सफाई न रखना
- एलर्जी के कारण
- केमिकल या कॉस्मेटिक प्रोडक्ट उपयोग से
- पसीना जायदा आना
- खाने के वजा से एलर्जी
- गर्म या गीले वातावरण में रहना
- आपकी त्वचा को साफ और शुष्क नहीं रखना
- कपड़े, जूते, तौलिए, या बिस्तर जैसी वस्तुओं को साझा करना
- तंग कपड़े या जूते पहनना जो अच्छी तरह से साँस नहीं लेते हैं
- उन जानवरों के संपर्क में आना जो संक्रमित हो सकते हैं
- इम्युनिटी कमजोर होना
फंगल इन्फेक्शन होने पर लक्षण [Symptoms of fungal infection]-
- त्वचा पर खुजली या लाल होना
- त्वचा पर चकते व् पैच होना
- गोल चकते साइड से फफूंदी होना
फंगल इन्फेक्शन में परहेज व् रोकथाम [Prevention & prevention fungal infections]-
फंगल को रोकने के लिए दवाई के साथ आपको परहेज ज्यादा रखना चाइये जो आपको आगे बताये गए है –
- अच्छी स्वच्छता का अभ्यास अवश्य करें
- कपड़ों, तौलियों या अन्य व्यक्तिगत वस्तुओं को साझा न करें।
- हर दिन साफ कपड़े पहनें, विशेष रूप से मोजे और अंडरवियर
- ऐसे कपड़े और जूते चुनें जो अच्छी तरह से सांस लेते हैं। ऐसे कपड़ों या जूतों से बचें, जो बहुत टाइट हों या जो एक प्रतिबंधात्मक फिट हो
- स्नान, स्नान, या तैराकी के बाद एक साफ, सूखे, तौलिया के साथ ठीक से सूखना सुनिश्चित करें
- नंगे पैर चलने के बजाय लॉकर कमरों में सैंडल या फ्लिप-फ्लॉप पहनें।
- अगर आप जिम करते है तो साफ करके उपयोग करे
- दवाई का सेवन डॉक्टर के अनुसार ही करते रहे !
- कुछ लोग दवाई तो तोडा उपयोग करते है जब तक डॉक्टर बंद न करे दवाई को तब तक उपयोग करते रहे!
फंगल इन्फेक्शन की कुछ प्रसिद्ध दवाईयां [Some Fungal Infection Medications]-
फंगल में कही तरह की दवाई आती है इसमें हम आपको आयुर्वेदिक और ऐलोपैथिक दवाई बताऊंगा लेकिन आपको वो हमेशा डॉक्टर से जानकारी लेकर ही उपयोग करना है !
𝅓 प्रसिद फंगल की ऐलोपैथिक दवाई [fungal allopathic medicine]-
- Cap-Itraconazole 100/200mg
- Tab+Cap-Fluka 150/200mg
- Tab-Griseofulvin 250mg
- Tab-Terbinafine 250mg
- Tab-Allegra 180mg
- Tab-Ketoconazole
𝅓 प्रसिद फंगल की आयुर्वेदिक दवाई [fungal Ayurvedic medicine]-
- निम्बादि चूरन -3 gm
- गंधक भस्म -125mg
- स्पटिक भस्म -125mg [ दिन में २ बार पानी से ]
- किशोर गुगुल – 1 गोली
- आरोग्य वरदनि वटी -1 गोली [दिन में 2 बार पानी से ]
- प्राणायम – कपलभाती,अनुलोम बिलोम
- खदिरारारिस्ट-25 ml [दिन में 2 बार ]
नोट – हम आपको किसी भी दवाई को लेने को नही कहते है आप अगर दवाई ले तो अपने नजदीक डॉक्टर/फ़ार्मासिस्ट से संपर्क जरूर करे इस साइट पर आपको कही प्रकार की दवाई,बीमारी की जानकारी देखने को मिलेगे में एक फ़ार्मा सिस्ट हू ओर मेरा काम आपको जानकारी देने है तो आप कभी दवाई अपने मर्जी से न ओर अगर आप अपने मर्जी से दवाई लेते है ओर आपको नुकसान होता है तो इसमे हमारी कोई जीमेदारी नही होगी !
धन्यवाद !