नमस्कार दोस्तों,
आज के इस लेख में आपको जानकारी देने वाले है कब्ज (Constipation) के बारे में जानेंगे इस लेख में क्या होता है कब्ज,और क्या लक्षण देखने को मिलती है कब्ज होने के और कैसे आप कब्ज (Constipation) को दूर कर सकते है साऱी जानकारी आपको इस लेख में देने वाले है तो ब्लॉग को पूरा पड़े अगर आप जानकारी वीडियो के जरिये देखना चाहते है तो आप हमारे यूट्यूब चैनल -मेडिकल जानकारी में देख सकते है !
कब्ज क्या है (What is constipation)-
कब्ज एक सामान्य समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है कब्ज (Constipation) एक ऐसी समस्या है जिसके कारण मरीज का पेट ठीक से साफ नहीं होता और शौच के दौरान काफी दिक्कतें आती हैं । इस कारण रोगी को कई बार शौच के लिए जाना पड़ता है। पेट साफ ना होने के कारण पूरे दिन आलस्य बना रहता है। किसी काम में मन नहीं लगता ! कब्ज को सामान्य और छोटे सब्दो में कही तो पेट साफ सही से नहीं होना !
कब्ज के लक्षण – Constipation Symptoms in Hindi-
- कब्ज में लेटरिंग या पेट सही से नहीं आना (Latrine or stomach not coming right in constipation)
- मल कड़ा और कभी कभी दर्द होता है (Stool hardens and sometimes hurts)
- जिनको कब्ज रहते है उनको मुँह से बदबू और उनकी जिव सफ़ेद रहते है (Those who are constipated have bad smell from their mouth and their live lives are white.)
- कब्ज में भूख कम हो जाती है और उनको उलटी मितली का मन होता है (Constipation reduces appetite and they feel nauseous)
- कब्ज के रोगी में पेट की शिकायत जैसी -पेट दर्द,पेट फूलना,खट्टे डकार,उकाई और मल त्याग करने सही से नहीं होना (Complaints of stomach in the constipation patient – stomach pain, flatulence, sour belching, nausea and bowel movements are not right.)
- पेट में मरोड़ व् पेट दर्द होना (Abdominal cramps and abdominal pain)
- मल त्याग की इक्छा पर होना नहीं आदि (Do not be on the desire of bowel movement etc.)
कब्ज के कारण – Constipation Causes in Hindi-
- पानी की कमी (insufficiency of water)
- आहार सही से नहीं लेना (Diet not taken properly)
- दिनचर्या अपने सही से नहीं होना जैसी -कोई उठने का टाइम नहीं ,सोने का सही टाइम नहीं आदि
- प्रेगनेंसी होने पर (pregnancy)
- किसी दवाई का ज्यादा उपयोग के कारण (Due to overuse of a medicine)
- तनाव,घबराहट या कोई बीमारी होना (Stress, nervousness or any illness)
- कुछ बीमारियां, जैसे स्ट्रोक, पार्किंसंस रोग और डायबिटीज (Some diseases, such as stroke, Parkinson’s disease and diabetes)
- कम फाइबर वाला आहार, विशेष रूप से ज्यादा मांस, दूध, या पनीर वाला आहार (A low-fiber diet, especially a diet consisting of meat, milk, or cheese)
- भोजन में रेशेदार आहार की कमी होना (Lack of fibrous diet in food)
- मैदे से बने एवं तले हुए मिर्च-मसालेदार भोजन का सेवन करना (Eating flour and fried chili-spicy food)
- समय पर भोजन ना करना (Not eating on time)
- रात में देर से भोजन करना (Have dinner late at night)
- देर रात तक जागने की आदत (Habit of waking up late at night)
- अधिक मात्रा में चाय, कॉफी, तंबाकू या सिगरेट आदि का सेवन करना (Drink plenty of tea, coffee, tobacco or cigarettes etc.)
कब्ज से बचाव व घरेलु इलाज – Constipation prevention and home remedies in Hindi-
- अच्छा फ़ूड का सेवन करे अच्छे स्रोत हैं फल, सब्जियाँ, फलियाँ, और साबुत अनाज (Eat good food Good sources are fruits, vegetables, legumes, and whole grains.)
- पानी का ज्यादा से जायदा सेवन करे (Drink more water)
- चाय और कैफीने जैसी चीज़ो से बचे (Avoid things like tea and caffeine!)
- बहार का खाना जैसी -मोमो,नूडल जैसी मैदे से बने हुए खाना न खाये (Don’t eat food made out of maida like momo, noodle)
- सुबह को खाली पेट गुनगुने पानी का सेवन करे जितना हो सके (Drink lukewarm water in the morning on an empty stomach as much as possible)
- अपने दिनचर्या में सुबह को व्यायाम जरूर जोड़े (Add exercise in the morning to your routine)
- खाने के बाद थोड़ा घूमना फिरना जरूर करें (Do revolve a little after eating)
कब्ज का एलोपैथिक इलाज व दवाइयां -Allopathic treatment and medicines for constipation in hindi –
- Tab -dulcoflex / castophene -( रात को सोते समय गरम पानी के साथ )
- अगर टेबलेट से आराम न हो तो Looz syrup (10 -20 ml ) सोते टाइम पर
- अगर आपको इनसे भी फर्क न पड़े तो 500 ml साबुन का पानी या अनीमिया दिया जा सकते है !
- किसी भी दवाई का आदत न पड़े इसलिए टाइम २ टाइम दवाई चेंज करते रहे !
- दवाई के साथ साथ परहेज होना बहुत जरुरी है !
कब्ज से होने वाले रोग व् नुकसान -Diseases and harm due to constipation in hindi –
- मल त्याग करने के लिए दबाव डालने से आपकी गुदा में और उसके आसपास की नसों में सूजन हो सकती है जिसे piles /बावसीर रोग हो सकता है !
- फिशर रोग होना (Fisher’s disease)
- आंतो में इन्फेक्शन (Intestinal infection)
- लिवर इन्फेक्शन (liver infection)
Youtube video-